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हरिद्रा हल्दी - प्राकृतिक, शुद्ध एवं सुरक्षित (१०० प्रतिशत कीटनाशक मुक्त)

दोस्तों ! आज हम अपने घरों में उपयोग होने वाले हल्दी पाउडर के बारे मे बात करेंगे। आमतौर पर जो बाजार मे हल्दी पाउडर मिलता हैं, आप पाएंगे क़ि किसी भी एक ब्रांड का हल्दी पाउडर पुरे भारत में एक से रंग का होगा लेकिन क्या आप सोच सकते हैं की सारे भारत के खेतों की हल्दी क्या एक ही तरह की होती हैं कभी नहीं। लेकिन बाज़ार में हल्दी बेचने वाली ब्रांड को एक जैसे रंग की हल्दी देनी पड़ती है अन्यथा लोग लेना पसंद नहीं करते । इसलिए उनको मजबूरन उसमे केमिकल और कृत्रिम रंग मिलाकर समान रूप से एक जैसा बनाना पड़ता है। इसके अलावा इसे और भी सस्ता बनाने के लिए इसमें स्टार्च, चौक पाउडर इत्यादि चीज़े मिलाई जाती हैं, क्यूंकि जो चीज़ दिखने में सुन्दर और सस्ती होगी वही चीज़ लोग खरीदना पसंद करते हैं, उससे भले ही बाद मे बीमारी हों उसको कोई परखने नहीं आता उसको कोई देखने नहीं आता। जबकि हमारे हल्दी पाउडर मे किसी भी प्रकार की मिलावट नहीं की जाती और ना ही हमें कोई दबाव है क़ि हम इसे सस्ता भी बनायें । जो लागत और मेहनत होती है उसमें थोड़ा लाभांश रखकर हम इसे बाज़ार मे लोगों के लिए उपलब्ध करवाते है।


अगर आप हमारे हल्दी पाउडर और बाज़ार मे उपलब्ध किसी अन्य हल्दी पाउडर की तुलना करेंगे तो आपको निम्न विशेषताएं देखने को मिलेगी -

  • हमारे इस हल्दी पाउडर मे प्रचुर मात्रा मे प्राकृतिक तेल होता है क्यूंकि हम इसे एक विशेष तरीके से बनाते हैं।

  • हम थोड़े थोड़े खंडों मे कच्ची हल्दी को काटते और सूखाते हैं और उसके बाद पिसाई करके आवश्यक्ता अनुसार पाउडर बनाते हैं। ऐसा नहीं होता की क्विंटलों और टनो के हिसाब से एक साथ हल्दी पाउडर बन रहा है। अगर आप हमारे और बाज़ार की हल्दी पाउडर को परखना चाँहे तो आप एक साफ़ सुथरे कागज़ की पुड़िया में बराबर मात्रा दोनों को रख दें। कुछ समय के बाद आप पाएंगे की हमारे हल्दी पाउडर वाली पुड़िया मे आपको ज्यादा तेल लगा हुआ मिलेगा। अधिक तेल होने क़ि वजह से हमारे हल्दी पाउडर में खुशबु भी बहुत अधिक होती है और इसे कम मात्रा में उपयोग करके भी यह उतना ही असर दे देती हैं जितना की हमारे व्यंजनों मे बाजार का अधिक डाला हुआ हल्दी पाउडर।

  • जैसा की हमने आपको बताया की हम किसी प्रकार का कृत्रिम रंग नहीं मिलाते, इसी कारण से हमारी हल्दी हाथ पर लगने पर चमड़ी पर रंग नहीं छोड़ती जबकि बाजार मे मिलने वाले हल्दी पाउडर को अगर आप पानी के साथ हाथ पर लगा ले तो आपके हाथों से रंग बहुत मुश्किल से छूटेगा ।

वर्तमान मे हमारे हल्दी पाउडर मे तीन प्रकार की हल्दी पाउडर है

  • साधारण हल्दी पाउडर - जो पहाड़ी हल्दी के बीज और केवल जंतु खाद के उपयोग से तैयार की जाती है।

  • दूसरा प्रकार है - वही हल्दी बीज जो ज्यादा समय तक खेत में मिट्टी की अंदर रहती है और फिर उसे जमीन से निकाला जाता है तो वह ज्यादा गहरे रंग वाली या ज्यादा ब्राउनिश रंग की बन जाती है। ऐसे हल्दी मे ओषधीय गुण ज्यादा होते हैं। क्यूंकि आमतौर पर किसानों को जल्दी रहती है क़ि शीघ्र अतिशीघ्र हल्दी की फसल निकाले और बेचें तो ऐसी वाली हल्दी मिलनी मुश्किल होती है। यह तो कोई एक किसान हमारे कह देने पर उसी हल्दी को चार छः महीने और ज्यादा जमीन मे रहने देता है तब हल्दी की गांठे ज्यादा गहरे रंग की हो जाती है और उसमें ओषधीय गुण और बढ़ जाते हैं।

  • इसके आलावा हमारे पास एक तीसरे तरह की हल्दी भी है जिसे आम्ब हल्दी कहते हैं। सूंघने पर आप पायंगे की इसमें कच्चे आम, अदरक (जिंज़र) और हल्दी क़ि महक होगी। इन तीनों के मिश्रण से आप पाएंगे की यह बहुत तीखी खुशबू वाली हल्दी है, ये हल्दी साधारण हल्दियों से कई गुना ज्यादा असरदायक है और इसका उपयोग कैंसर के लिए, शरीर के दूषित पदार्थो को हटाने के लिए, भूख बढ़ाने के लिए, एवं त्वचा की गन्दगी और त्वचा में चमक लाने के लिए, यहां तक क़ि वजन घटाने मे भी इस हल्दी का बहुत उपयोग होता है और क्यूंकि ये कम मात्रा में प्राप्त होती है और ये बहुत तेज़ होती है इसलिए इसका दाम भी अधिक रहता है और इसका उपयोग भी सीमित मात्रा में करना पड़ता है।

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